नैनीताल- भारत में वीआईपी कल्चर को पीछे छोड़ते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अफसरों की गाड़ी पर लगी बत्ती पर वार किया था। इस फैसले के बाद सभी नेताओं, जजों तथा सरकारी अफसरों की गाडि़यों से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया गया। लेकिन फैसला लागू होने के बाद भी कई अफसरों और नेताओं का बत्ती के प्रति प्यार कम नहीं हो रहा. इसका जीता-दागता उदाहरण नैनीताल में देखने को मिला। जहां यूपी पुलिस के एक अफसर की गाड़ी पर लगी नीली बत्ती को नैनीताल पुलिस ने उतरवा दिया।
मामला शनिवार का है। कोतवाली पुलिस ने कार से नीली बत्ती उतारने के साथ ही चालक का पुलिस एक्ट में चालान कर दिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस के मेरठ में तैनात डिप्टी एसपी का काटा चालान
जानकारी के मुताबिक कार उत्तर प्रदेश पुलिस के मेरठ में तैनात डिप्टी एसपी की थी। दरअसल शनिवार को एसएसपी जन्मेजय खंडूरी कालाढूंगी रोड से रामनगर जा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने नैनीताल की ओर नीली बत्ती गाड़ी जाते हुए देखी। कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होता देख एसएसपी ने वायरलैस से मल्लीताल कोतवाली पुलिस को इस बारे में बताया और एक्शन लेने के निर्देश दिए।
किया पांच सौ रुपये का चालान
इसके बाद कोतवाल विपिन चंद्र पंत, चौकी प्रभारी भावना बिष्ट बारापत्थर पहुंच गए और नीली बत्ती लगी होंडा सिटी कार संख्या यूपी-16पी, 6975 को रोक लिया और चालक अंजार अहमद पुत्र रईस अहमद निवासी रामनगर का पुलिस एक्ट में पांच सौ रुपये का चालान कर दिया।