हल्द्वानी सहित कुमाऊं क्षेत्र में यातायात की सुव्यवस्थित व्यवस्था के लिए बनाए जाने वाला आईएसबीटी यानी अंतर्राजीय बस टर्मिनल अब अधर में लटकता दिखाई दे रहा है। पिछली सरकार में वित्त मंत्री रही इंदिरा हृदयेश के ड्रीम प्रोजेक्ट आईएसबीटी का शिलान्यास होने के बावजूद वर्तमान सरकार ने आईएसबीटी का स्थान बदल दिया था। सरकार बने ढाई साल हो गए लेकिन अब तक आईएसबीटी के नए स्थान के लिए परिवहन विभाग को जमीन हस्तांतरित नहीं हो पाई। जबकि गौलापार क्षेत्र में आईएसबीटी का शिलान्यास होने के बाद डेढ़ करोड़ रुपये भूमि में समतलीकरण पर खर्च भी हो गए थे, बावजूद इसके सरकार ने आईएसबीटी का स्थान बदला। लेकिन अब तक नई जगह निर्माण के लिए भूमि न मिलने की वजह से आए दिन हल्द्वानी शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है.
वर्तमान सरकार आईएसबीटी बनाना ही नहीं चाहती है-इंदिरा ह्रदयेश
वहीं नेता प्रतिपक्ष और हल्द्वानी विधायक इंदिरा ह्रदयेश का कहना है कि वर्तमान सरकार आईएसबीटी बनाना ही नहीं चाहती है यही वजह है कि गौलापार में बन रहे आईएसबीटी के निर्माण को रोककर सरकार ने नई जगह तलाशने का केवल बहाना बनाया है।
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने दिलाया भरोसा
वहीं परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने भरोसा जताया है कि जल्द ही विभाग को जमीन हस्तांतरित हो जाएगी जिसके बाद आईएसबीटी का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जायेगा। फिलहाल उसकी कागजी कार्रवाई चल रही है जिससे लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सके।