देहरादून : एम्स में ज़िंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही छात्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की तैयारी है लेकिन इस बीच बड़ी लापरवाही सामने आई है. जी हां छात्रा को दिल्ली के अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए एयर एम्बुलेंस से ले जाना था. लेकिन आईडीपीएल हेलीपैड में एयर एम्बुलेंस नहीं पहुंची जो की प्रशासन की बड़ी लापरवाही के तौर पर सामने आई है.
प्रशासन की बड़ी लापरवाही
खबर है कि छात्रा को एम्स प्रशासन 3 चिकित्सकों की देखरेख में IDPL हेलीपैड से एयर एंबुलेंस के से सफदरजंग हॉस्पिटल ले जाएगा. लेकिन एयर एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंची. ये पहला मौका नहीं है की इलाज के दौरान ऐसी लापरवाही सामने आई हो इससे पहले पौड़ी धूमाकोट बस हादसे के दौरान भी घायलों के इलाज के लिए हैली सेवा बुलाई गई थी लेकिन किसी कारण वस वो मौके पर नहीं पहुंची.
सीएम पहुंचे थे अस्पताल
वहीं मंगलवार को सीएम भी छात्रा का हाल जानने पहुंचे थे और छात्रा के परिजनों से मुलाकात की थी. साथ ही उन्होंने डॉक्टरों के जरुरी निर्देश भी दिए थे.
टैक्सी चालक ने पेट्रोल छिड़ककर लगाई थी आग
गौर हो की बीते दिन पौड़ी में बीएससी की एक छात्रा के छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक टैक्सी चालक ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी. करीब 70 फ़ीसदी जल चुकी छात्रा को पहले श्रीनगर बेस अस्पताल ले जाया गया था जहां से एम्स ऋषिकेश रेफ़र किया गया था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार शाम एम्स में जाकर डॉक्टरों से छात्रा का हालचाल पूछा था और दिल्ली सफ़दरजंग शिफ़्ट करने को कहा था. मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद छात्रा के परिजनों को लग रहा है कि उसका ठीक से इलाज हो पाएगा.