देहरादून को स्मार्ट सिटी और ISBT से घंटाघर तक मॉडल रोड़ बनाने की सरकार ने ठान ली है। शहर में हुए नजायज कब्जों के कोढ़ की सर्जरी होगी।
जिसके लिए आज सूबे के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अतिक्रमण मुक्त देहरादून बनाने के लिए मंत्री ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस, MDDA, नगर निगम और जिला प्रशासन से बनाए गए सेक्टर हेड मौजूद रहे। देहरादून की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के प्लान के तहत पहले चरण में ISBT से घंटाघर रूट के पक्के नजायज कब्जे को हटाया जाएगा।
अतिक्रमण मुक्त अभियान के बारे में जानकारी देते हुए शहरी विकास मंत्री ने कहा कि इस अभियान के लिए एक टीम बनाई गई है। जिसमे 6 अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है ताकि नजायज पक्के कब्जों को हटाने में कोई रुकावट नही आए।
मंत्री ने कहा कि अभियान शुरू होने के बाद एक महीने के भीतर ISBT से घंटाघर तक तक का पूरा रास्ता अतिक्रमण मुक्त हो जाएगा।
कौशिर ने कहा कि अगर अगर कोई अतिक्रमण हटाओ अभियान में रोड़ा अटकाने के मकसद से अदालत में जाता है तो सरकार भी कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी। कौशिक ने उम्मीद जाताई कि अदालत में महकमें की सुनी जाएगी क्योंकि हम अच्छा काम कर रहे है।
वहीं शहरी विकास मंत्री ने कहा कि देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इस बार पूरा होमवर्क किया गया है और और इसके लिए जरूरी सभी दस्तावेज भारत सरकार को सौंप दिए गए हैं।