रामनगर- कॉर्बेट नेशनल पार्क के भीतर कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर और उनके छात्र-छात्राओं ने ऐसा काम किया कि पार्क प्रशासन को टीम को हिरासत में लेकर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा। दरअसर कार्बेट पार्क के भीतर प्रोफेसर और उनके साथ आए छात्र-छात्राएं बिना इजाजत के ड्रोन उड़ाकर रिकार्डिंग कर रहे थे। ऐसा करना उन्हें मंहगा पड़ गया और पार्क प्रशासन ने प्रोफेसर और उनके छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईआईटी कानपुर में अर्थसाइंस विभाग के प्रोफेसर जावेद एन मलिक अपने चार छात्र स्नेहा,इसान, अजहर व निधि के साथ रामनगर आए थे। बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज के फुलताल कोटद्वार रोड ब्लॉक में ड्रोन उड़ाकर जंगल की रिकार्डिंग कर रहे थे।
सूचना पर कॉर्बेट की टीम मौके पर पहुंची तो ड्रोन उड़ा रहे लोगो को रोका। इसी बीच ड्रोन कंट्रोल से बाहर होकर झाड़ी में कहीं गिर गया। टीम ने ड्रोन का कंट्रोलर, एक मोबाइल फोन, यूएसबी को कब्जे में ले लिया। शाम को कर्मचारियों ने ड्रोन को तलाशा, लेकिन ड्रोन नहीं मिला।
आज सुबह वनकर्मी फिर मौके पर पहुंचे और ड्रोन को ढूंढ लिया। ड्रोन झाड़ी में पड़ा मिला। ड्रोन और दूसरे उपकरण सील कर दिए गए। हालांकि प्रोफेसर ने बताया कि वह हिमालयी क्षेत्र में भूकंप को लेकर वे मेपिंग कर रहे हैं।
कॉर्बेट के बिजरानी रेंजर राजकुमार ने बताया कि कॉर्बेट में बिना अनुमति घुसने और ड्रोन उड़ाने की अनुमति नही थी। प्रोफेसर के खिलाफ वन्य जीव सरंक्षण की धारा व बिना अनुमति जंगल मे प्रवेश करने की धारा में केस काटा गया है। अधिकारियों के निर्देश के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।