पोड़ी : पोड़ी में गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय के भूगोल विभाग की ओर से सेमीनार आयोजित किया गया था। इस सेमीनार में देश के कई वैज्ञानिक शामिल हुए थे। पर्यावरणविद् चंदी प्रयाद भट्ट ने कहा कि अगर हम नहीं जागे तो केदारनाथ से बड़ी त्रासदी हो सकती हैै। अगर भयंकर त्रासदी से बचना है, तो अभी से गंभीर कदम उठाने होंगे।
पद्म भूषण चंदी प्रसाद भट्ट ने कहा कि हिमाचल धरती का सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। हिमालयी क्षेत्र में हो रही अनियोजित विकास काफी खतरनाक हो सकते हैं। इस तरह के विकास कार्यां से भविष्य के लिए खतरा पैदा हो रहा है। इनको रोका जाना बहुत जरूरी है। लेकिन, हम अभी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लगातार बिना विशेष प्रबंधन के हो रहे विकास से हम कई बड़ी आपदाओं को न्योता दे रहे हैं। अगर हम अभी नहीं जाते, तो भविष्य में केदारनाथ से भी बड़ी त्रासदी हो सकती है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। अब देखना हो गा कि सरकार उनकी सलाव को गंभीरता से लेती है या फिर केदारनाथ के लिए पहले से दी गई चेतावनियों की तरह ही इसे भी दरकिनार करती है।