नशीले पदार्थों के दुरुपयोग व तस्करी की समस्या को लेकर 26 जून को विश्व नशा निषेध दिवस मनाया जाता है। इस सालइसकी थीम ’बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान’ रखी गयी है। एम्स निदेशक पद्मश्री रवि कांत ने नशीले पदार्थों के बढ़ते सामाजिक खतरों और इनके दुरुपयोग को रोकने के लिए सामाजिक स्तर पर जनजागरुकता जरूरी है। उन्होंने लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर-7456897874 जारी किया।
एम्स ऋषिकेश में सरकार के सहयोग से ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर संचालित किया जा रहा है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों के लिए इस योजना के अधीन कई प्रकार की दवाईयां निःशुल्क दी जाती हैं। लिहाजा नशावृत्ति के शिकार लोगों को इस योजना से स्वास्थ्य लाभ लेना चाहिए। मनोचिकित्सा विभागाध्यक्ष डा. रवि गुप्ता ने बताया कि नशा करना आदत नहीं, बल्कि यह एक बीमारी है। उन्होंने बताया कि सभी लोग नशा नहीं करते, लेकिन जो लोग शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं, वह इस बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं।