आज तक आपने डॉक्टर, नर्स या दाई मां को एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराते देखा या सुना होगा लेकिन क्या आपने किसी विधायक को किसी महिला की डिलीवरी कराते देखा या सुना है। आपके जहन में भी यही आ रहा होगा कि भई आखिर ठाठ-बाट वाले सफेदपोश नेता क्यों किसी महिला की डिलीवरी करेंगे। उनके तो ठाट बाट हैं। उनके लिए डॉक्टर घर में ही आते हैं तो वो क्यों किसी महिला की डिलीवरी करेंगे। तो बता दें कि ऐसा ही हुआ है मिजोरम में। जी हां मिजोरम के विधायक जेडआर थियामसंगा ने डॉक्टर के मौजूद न होने पर खुद एक गर्भवती महिला का ऑपरेशन किया और उसकी डिलीवरी कराई। विधायक थियामसंगा सोमवार को अपने विधानसभा क्षेत्र चम्फाई जिले के भूकंप प्रभावित सुदूर इलाकों दौरे पर थे और कोरोना की स्थिति का जायजा ले रहे थे।
डॉक्टर से नेता बने थियामसंगा के अनुसार नगुर गांव में 38 साल की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। महिला की हालत गंभीर थी और चम्फाई का स्वास्थ्य अधिकारी खुद बीमार होने के कारण छुट्टी पर थे। महिला की स्थिति खराब हो रही थी तो समय नहीं था कि उसे 200 किलोमीटर दूर राजधानी आइजोल लेजाया जाए। इसलिए जब इसकी सूचना उनको मिली तो वो फौरन अस्पताल पहुंचे और महिला का ऑपरेशन कर डिलीवरी कराई। मां औऱ बच्चे दोनों स्वास्थ्य हैं। हमारे देश को राज्य को ऐसे ही नेता की जरुरत है जो जनता के लिए तन मन से काम करे। चाहते तो विधायक किसी अन्य डॉक्टर को आदेश देकर महिला की डिलीवरी करवा सकते थे लेकिन इतना समय नहीं था सवाल जवाब का।
आपको बता दें कि विधायक थियामसंगा पेशे से डॉक्टर हैं जो 2018 में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के टिकट पर चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के विधायक टीटी जोथानसंगा को हराया था। वर्तमान में वह मिजोरम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं।