चमोली: चमोली हादसे ने नौ लोगों की जान ले ली। जिस क्षेत्र में यह दुर्घना हुई। उस क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी ही नहीं थी। हैरानी इस बात की है कि लोगों के पास मोबाइल तो हैं, लेकिन वहां आज तक टाॅवर ही नहीं लगा। सरकार दावे तो एयर बलून से कनेक्टिविटी के दावे करती है, पर आज तक एक मोबाइल टाॅवर तक नहीं लगा सकी।
अगर क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी होती, तो कुछ घायलों की जान बचाई जा सकती थी। मोबाइल से दुर्घटना की सूचना देने के लिए लोगों को करीब 30 किलोमीटर दूर जाना पड़ा। सूचना हादसे के करीब ढाई घंटे बाद प्रशासन को दी जा सकी। दुघर्टना वाले क्षेत्र में मोबाइल की कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण प्रशासन को दो घंटे बाद सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद एसडीएम समेत पुलिस और राजजस्व पुलिय मौके पर पहुंच पाई। उससे पहले ग्रामीण अकेली ही रेस्क्यू में जुटे रहे। बाद में पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से राहत और बचाव कार्य शुरू किया।