हल्द्वानी- यशपाल आर्य का अपना स्वभाव है वो जल्दी नाराज होते भी हैं तो जल्दी मान भी जाते हैं। ये कहना है राज्य की वित्तमंत्री इंदिरा हृदयेंश का। दरअसल काशीपुर में सतत संकल्प यात्रा के समापन समारोह के सभा स्थल पर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का कोई भी बैनर नहीं था जिससे अक्सर शांत रहने वाले यशपाल नाराज हो कर कोपभवन में चले गए। वे तब माने जब मुख्यमंत्री ने उन्हें मनाया और सभा स्थल जाने को राजी किया। नाराजगी की ये खबर जंगल में आग से भी तेज फैली और इसने कांग्रेस के भीतर की गुटबाजी को और हवा दी। इस पर जहां पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय यशपाल के रवैए से नाराज हुए और उन्हें बातों ही बातों में सांकेतिक नसीहत दी। वहीं वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश ने चुटकी लेते हुए कहा कि, किसी के नाराज होने से पार्टी को नहीं व्यक्ति विशेष को नुकसान होता है। व्यक्ति पार्टी से बड़ा नहीं होता पार्टी सबसे बड़ी होती है।