दिल्ली में दंगाइयों ने चाँदबाग़ इलाके में IB अधिकारी 26 वर्षीय अंकित शर्मा की बेरहमी से हत्या कर दी. अंकित शर्मा का शव नाले में मिला। उसके ऊपर बोरियां डालीगई थी। वहीं आज पोस्टमार्टम में चौकाने वाला खुलासा हुआ। अंकित शर्मा के शरीर पर चाकू से अगिनत बार वार किया गया था औऱ शव को गंदे नाले में छुपाया गया था। लेकिन शायद अगर उस दिन अंकित ने मां का कहा माना होता तो शायद आज वो जिंदा होते।
ड्यूटी से आने के बाद दरवाजे से ही मां को पकड़ाया मोबाइल और पर्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा ने बताया कि ड्यूटी से आने के बाद घर के दरवाजे के पास अंकित ने अपनी बुलेट खड़ी की औऱ मां को अपना मोबाइल व पर्स जेब से निकालकर दे दिया। अंकित ने कहा कि वो थोड़ी देर में आ रहा है। मां ने उसे चाय पीने के लिए आवाज मारी लेकिन उसने कहा थोड़ी देर में आकर पी लेगा। अंकित ने सिर पर हेलमेट पहना औऱ पैदल घर से निकला और लौटकर नहीं आया। अंकुर ने कहा कि अंकित वह मां के हाथ की अंतिम चाय भी नहीं पी सका।
पार्षद ताहिर हुसैन और उसके साथियों पर भाई की हत्या का आरोप
अंकित शर्मा के बडे़ भाई अंकुर शर्मा और पिता ने दिल्ली में पड़ोस में रहने वाले पार्षद ताहिर हुसैन और उसके साथियों पर भाई की हत्या का आरोप लगाया। अंकुर ने बताया कि उनके मकान से थोड़ी दूरी पर पार्षद ताहिर हुसैन का बहुमंजिला मकान है। घर से निकलते ही पार्षद ने अपने साथियों के साथ उसके भाई का अपहरण किया। उसकी बेरहमी से हत्या करने के बाद शव नाले में फेंक दिया।अंकित ने पिता ने रिपोर्ट भी लिखाई है।
बता दें कि अंकित के पिता भी आईबी में तैनात हैं। चाचा सुबोध सेना में है और मेरठ में पोस्टिंग है। छोटा चाचा संजय व राजीव गांव में रहकर खेती करते हैं। यह संयुक्त परिवार है। चारों भाइयों में बेहद प्यार है। अंकित शर्मा अपने माता-पिता व पूरे परिवार का सबसे लाडला बेटा था। अंकित के चाचा संजय और राजीव ने बताया कि वह जो सोचता था उसकी सारी इच्छाएं पूरी होती थी।