देहरादून। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी घोषित होने के बाद भाजपा में उपजी कलह में कांग्रेस को अपना नया दांव नजर आ गया है। टिकट कटने से नाखुश मजबूत भाजपा नेताओं पर कांग्रेस ने अपनी नजरें टिका रखी हैं। कोशिश है कि लोहे को लोहे से काटने के अंदाज में जवाब दिया जाए। जीत की संभावना रखने वाले कुछ असंतुष्ट भाजपाइयों को कांग्रेस चुनाव में उतारने की तैयारी में है। 14 सीटों पर भाजपा के टिकट दावेदारों ने खुलकर बगावती तेवर दिखाए हैं। 24 सीटें ऐसी हैं, जहां बागी पार्टी के प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में हैं। सू्त्रों के अनुसार नाराज भाजपाई मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के संपर्क में हैं। खुद मुख्यमंत्री रावत ने इसके संकेत भी दिए हैं।
यहां भी कलह फायदेमंद
कुछ सीटों पर कांग्रेस के अपने मजबूत प्रत्याशी हैं, लेकिन भाजपा में उपजे असंतोष का वो यहां भी फायदा उठाना चाहती है। डोईवाला सीट पर घोषित प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विरेाध में स्थानीय भाजपाई आ गए हैं।
देहरादून जनपद की ही राजपुर रोड़ विधानसभा सीट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री खजानदास को टिकट देने के खिलाफ हैं पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे रविंद्र कटारिया।
बाजपुर और नैनीताल सीट पर भी एक दिन पहले भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस नेता यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य को टिकट देने से स्थानीय नेता खफा हैं। बाजपुर में सुनीता बाजवा और नैनीताल में हेम आर्य ने बगावती तेवर दिखाए हैं।
देवप्रयाग सीट पर कांग्रेस की तरफ से मौजूदा विधायक और पीडीएफ नेता मंत्रीप्रसाद नैथानी को टिकट देना तय है। लेकिन, इस सीट पर पूर्व विधायक और हाल में दोबारा भाजपा में शामिल हुए दिवाकर भट्ट भी उम्मीद लगाए हुए थे।
इन सीटों पर है बगावत
केदारनाथ
भाजपा ने इस सीट पर कांग्रेस से बगावत कर आईं पूर्व विधायक शैलारानी रावत को टिकट दिया है। इससे भाजपा की दावेदार आशा नौटियाल बेहद खफा हैं।
कोटद्वार
डॉ. हरक सिंह रावत को टिकट मिलने से पूर्व भाजपा विधायक शैलेंद्र नाराज हैं। उन्होंने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।
चौबाट्टाखाल
सतपाल महराज के लिए टिकट कुर्बान होने से भाजपा के निवर्तमान विधायक तीरथ सिंह रावत बेहद आहत हैं।
नरेंद्र नगर
सुबोध उनियाल के आने से नाराज भाजपा के ओम गोपाल रावत ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया है।
यमकेश्वर
भाजपा के मौजूदा विधायक विज बड़थ्वाल का टिकट कटने से यहां काफी नाराजगी का माहौल है।
रुड़की
प्रदीप बत्रा को टिकट दिए जाने से नाराज बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेश जैन भी मैदान में उतरने को तैयार हैं।
डीडीहाट
इस सीट पर भाजपा की तरफ से दावेदार रहे किशन भंडारी ने भी बगावती तेवर दिखा दिए हैं।
रुद्रप्रयाग
भरत चौधरी को टिकट दिए जाने पर वरिष्ठ भाजपा ने मातबर सिंह कंडारी ने निर्दलिय चुनाव लड़ने का एलान किया है।
ऐसे में हरीश रावत का बयान आना कि कांग्रेस की नीति और विचारधारा पर विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति का स्वागत है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर पहलू पर विचार किया जा रहा है। रही बात टिकट की तो, इसे व्यक्ति की मेरिट के आधार पर तय किया जाएगा। इस बात के संकेत हैं कि कांग्रेस ने भी अपनी नजरें बागियों पर टिका रखी है।