हरिद्वार : निकाय चुनाव के प्रचार-प्रसार से हरीश रावत की दूरी राजनैतिक गलियारे में सभी को बुदबुदाने के लिए मजबूर कर रही है कि आखिर हरीश रावत कांग्रेस से दूरी क्यों बनाए हैं. क्या उन्हे निमंत्रण नहीं दिया गया??? क्या हरीश रावत भाजपा का हाथ थामेंगे???इससिए शायद वो अब कांग्रेस के लिए प्रचार-प्रसार नहीं करना चाहते…सबके मन में चाहे वो कांग्रेसी हो या विपक्षी सबको ये चिंता खाए जा रही है कि आखिर हरदा हैं कहां औऱ निकाय चुनाव के प्रचार-प्रसार से उन्होंने दूरी क्यों बनाए रखी है???
हरदा का बयान
लेकिन वहीं जब निकाय चुनाव में दूरी बनाए रखने के बारे में जब उनसे सवाल पूछा गया तो हरीश रावत ने जवाब में कहा कि- मैं तो नहा धोकर तैयार बैठा हूं, मुझे तो निमंत्रण का इंतजार है।
2009 के लोकसभा चुनाव से पहले से ही हरिद्वार की राजनीति में रहे सक्रिय
आपको बता दें 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले से ही हरिद्वार की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। शहर से देहात तक कांग्रेस पार्टी के छोटे-बड़े कार्यक्रम में उनको देखा औऱ सुना गया है. हरिद्वार में तो उनको अधिकतर कार्यक्रमों में देखा गया. बीते विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी उनकी हरिद्वार में बराबर मौजूदगी बनी रहती थी। लेकिन निकाय चुनाव से पहले संगठन में हुए फेरबदल के बाद उनकी सक्रियता कम होती चली गई। निकाय चुनाव की घोषणा के बाद तो वह कहीं नजर ही नहीं आए। मेयर और पार्षद प्रत्याशियों के टिकट बंटवारे से भी दूर ही रखा गया।
क्या हरीश रावत भाजपा में शामिल होंगे???
बड़ा सवाल जनता के मन में यही उठ रहा था कि हरीश रावत की क्या कांग्रेस के किसी से मनमुटाव चल रहा है??? क्या उन्हें स्टार प्रचारक या चुनाव प्रचार के लिए निमंत्रण नहीं दिया गया??? एक और सवाल है जो सबके मन में खटक रहा है कि क्या हरीश रावत भाजपा में शामिल होंगे???इसलिए शायद उन्होंने कांग्रेस से दूरी बनाई हुई है…क्या पता वो कांग्रेस के लिए प्रचार-प्रसार करना ही नहीं चाहते हों.