लालकुआं : हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे जला कर हत्या कर देने की घटना से पूरे देश में उबाल है और देश में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जगह-जगह विरोध शुरू हो चुका है. लालकुआं में भी स्कूली छात्राओं, महिलाओं और नगर के गणमान्य लोगों ने हैदराबाद की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए कानून तो बने हैं. मगर अभी तक ऐसे किसी भी मामलों में आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें फांसी की सजा नहीं मिली है, जिसकी वजह से ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का मनोबल बढ़ा हुआ है और लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
स्कूली छात्राओं की मानें तो जब तक ऐसी घटनाओं में आरोप साबित होने के बाद दोषियों को तत्काल फांसी की सजा नहीं दी जाती है तब तक ऐसी घटनाएं हमारे देश में होती रहेंगी। भारत के अलावा अन्य देशों में कड़ी सजा का प्रावधान है इसलिए वहां ऐसी घटनाएं कम होती है मगर भारत में दुष्कर्म और हत्या के मामले आम बात हो चुके हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होने के बाद उन्हें फांसी की सजा नहीं होना है।
वहीं क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने भी कहा कि तमाम विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी सरकार ऐसा कड़े कानून नहीं बना पा रही है जिससे कि महिलाएं दिन हो या रात सामान्य रूप से कहीं भी आ जा सकें। आज के समय में बेटियों को बाहर ही नहीं अपने घर में भी डर लगने लगा है इसलिए ऐसे मामलों में कड़ी कार्यवाही और दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की प्रधान की आवश्यकता है।