साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में मंगलवार को पटियाला कोर्ट ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाए जाने का आदेश दिया। उससे कुछ ही क्षण पहले दोषियों में से एक की मां को गिड़गिड़ाते हुए देखा गया. दोषी मुकेश सिंह की मां चलकर निर्भया की मां के पास गई और भीख मांगने के अदाज़ में उनकी साड़ी पकड़कर गिड़गिड़ाई. दोषी की मां बोली कि मेरे बेटे को माफ कर दो, मैं उसकी ज़िन्दगी की भीख मांगती हूं…इस दौरान निर्भया की मां भी रोती रही और फिर निर्भया की मां ने जवाब दिया कि मेरी भी बेटी थी…उसके साथ क्या हुआ, मैं कैसे भूल जाऊं, मैं इंसाफ के लिए सात साल से इंतज़ार कर रही हूं.
इसके बाद जज ने अदालत में शांति बनाए रखने का आदेश दिया. फैसले के बाद, निर्भया की मां ने रिपोर्टरों से कहा कि चारों दोषियों को फांसी दिए जाने से देश की महिलाओं को मज़बूती मिलेगी. कहा कि इस फैसले से न्यायिक व्यवस्था में लोगों का विश्वास मज़बूत होगा…हमारे लिए 22 जनवरी बड़ा दिन है…मेरी बेटी को इंसाफ मिल गया.
फैसले को सुनते ही चारों दोषी मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह भी रोने लगे. जज ने उनके खिलाफ डेथ वॉरंट जारी किया, जिसे 14 दिन के भीतर अमल में लाया जाना है. इसी वक्फे के दौरान वे अपने सारे कानूनी विकल्प इस्तेमाल कर सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि चारों को तिहाड़ जेल में जेल नंबर 3 में अलग-अलग कोठरियों में रखा जाएगा. वे अपने परिवार के किसी एक सदस्य से सिर्फ एक बार मुलाकात कर सकेंगे.