आपको बता दें कि सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद जनरल बिपिन रावत द्वारा ने इस बारे में कहा था। हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने इस फ़ैसले को मंजूरी दी थी। पंजीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू होगी. सूत्रों के अनुसार भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। यह भर्ती सैनिक-सामान्य ड्यूटी (महिला सेना पुलिस) के पद पर होगी। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है। आवेदनों की जांच के बाद भर्ती रैलियां आयोजित की जाएंगी। उसमें सफल रहने वाले उम्मीदवारों की फिर लिखित परीक्षा होगी।
अभी 100 रिक्तियां
सेना ने अभी सौ महिला सैनिकों की भर्ती के लिए आवेदन निकाला है। पूर्व घोषणा के तहत चरणबद्ध तरीके से कुल 800 पदों पर महिलाओं की भर्ती होनी है।
भर्ती रैलियां
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ईमेल के जरिये उम्मीदवारों को भर्ती रैली केंद्रों पर बुलाया जाएगा उन्हें शारीरिक जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। अंबाला, लखनऊ, जबलपुर, बेंगलोर तथा शिलांग में इन रैलियों का आयोजन किया जाएगा। तिथि बाद में बताई जाएगी।
योग्यता
भर्ती के लिए न्यूनतम आयु साढ़े सत्रह वर्ष और अधिकतम 21 साल रखी गई है। उम्मीदवारों के लिए दसवीं पास होना जरूरी है। कदम 142 सेमी होना चाहिए। शारीरिक परीक्षा में पास होने के लिए 1.6 किमी की दौड़ 7.30 मिनट में पूरी करनी होगी। पूर्व सैन्यकर्मियें एवं शहीदों के परिजनों के लिए मापदंडों में कुछ छूटें दी गई हैं।
सीमित भर्ती
बता दें कि सेना में अभी तक शिक्षा, कानून, सिगनल, इंजीनियरिंग आदि शाखाओं में ही महिलाओं की भर्ती होती थी। महिला सैनिकों की भर्ती पहली बार शुरू हो रही है। सेना में महिला पुलिस की भूमिका सैन्य क्षेत्रों के भीतर पुलिस कार्य की होती है। उन्हें सैनिकों की भांति प्रशिक्षण दिया जाता है। लेकिन युद्ध के मोर्चे पर नहीं तैनात किया जाता।
सेना में महिलाएं कम
बता दें कि सेना में महिलाओं की उपस्थिति अभी बेहद कम करीब चार फीसदी है। जबकि वायुसेना में यह कहीं बेहतर 13 फीसदी है। नौसेना में भी यह संख्या कम है। महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं में महिला अफसरों को स्थाई कमीशन देने का फैसला भी किया है।