घनसाली : उत्तराखंडियों का डंका हर जगह बज रहा है…बात चाहे सेना के क्षेत्र में चीफ बिपिन रावत की करें या बॉलीवुड में बात उर्वशी की करें या खेल के क्षेत्र में बात मनीष रावत की हर जगह उत्तराखंडियों का बोलबाला है. वहीं एक और क्षेत्र में उत्तराखंड के गांव के सरकारी स्कूल से पढ़े छात्र ने राज्य का मान बढाया है. हमेशा से मूलभूत सुविधाओं का रोना रोने वाले और गांव से पलायन कर शहर में जाने वालों के लिए ये एक अच्छा और कड़ा संदेश है.
भौतिक अनसंधान प्रयोगशाला में अंतरिक्ष वैज्ञानिक शोध के लिए चयन
जी हां विकासखण्ड भिलंगना के राजकीय इण्टरमीडिएट कालेज घुमेटीधार से पढ़ाई कर चुके छात्र नवलकिशोर भद्री का पीआरएल यानी भौतिक अनसंधान प्रयोगशाला में अंतरिक्ष वैज्ञानिक शोध के लिए चयन हुआ है. छात्र की इस उपलब्धि पर क्षेत्र के लोगों मे खुशी का माहोल है औऱ राज्य गर्व महसूस कर रहा है.
कक्षा 12 में हासिल किया नवलकिशोर ने उत्तराखण्ड बोर्ड से प्रदेश मे चौथा स्थान
टिहरी जनपद के जाखणीधार ब्लाक के ग्राम पंचायत खांड गांव के नवलकिशोर ने भद्री पुत्र सोहनलाल भद्री की प्राथमिक शिक्षा अपने ननिहाल द्वारी से सरस्वति शिशु मन्दिर पिलखी और कक्षा 6 से कक्षा 12 तक राजकीय इण्टर कॉलेज घुमेटीधार से पढ़ाई की. साथ ही कक्षा 12 में नवलकिशोर ने उत्तराखण्ड बोर्ड से प्रदेश मे चौथा स्थान हासिल किया. नवलकिशोर के परिवार की आर्थिक स्थिती खराब थी और नवलकिशोर ने ननिहाल से शिक्षा दीक्षा ग्रहण की. मेहनत व लगन के बल पर नवलकिशोर ने बारहवीं के बाद छात्रवृति की परीक्षा पास कर अपनी आगे की पढ़ाई के लिए खर्चे की व्यवस्था की. इण्टर मे प्रदेशस्तर पर चौथा स्थान प्राप्त करने के बाद भारत सरकार से 80 हजार रूपये स्कालरशिप के तौर पर मिलने के बाद एमएससी तक की पढाई पूरी की औऱ बाद उनका चयन अंतरिक्ष वैज्ञानिक के तौर पीआरएल फिजिकल रिसर्च लैब्रोटरी नवरंगपुरा अहमदाबाद के लिए हुआ है।
नवलकिशोर ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरूजनों, माता पिता और अपने ननिहाल कोे दिया है. उनका कहना है कि लोगों को सरकारी विद्यालयों के प्रति अपना नजरिया बदलने की जरूरत है. उन्होने कहा कि मेहनत एवं लगन से अध्ययन करने वाले बच्चों को सुनहरा भविष्य बनाने के लिए सरकारी विद्यालयों से बहुत अच्छी मदद मिलती हैे