चंपावत: अगले कुछ दिनों में चंपावत में मां पूर्णागिरी को पौराणिक और ऐतिहासिक पूर्णागिरी मेला होना है। आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस मेेले में जिनते श्रद्धालु उत्तराखंड के होते हैं। उससे कहीं अधिक पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से दर्शन के लिए आते हैं। नेपाल से भी बड़ी संख्या में लोग दर्शनों के लिए आते हैं। यूपी में कोरोना वायरस दस्तक दे चुका है। ऐसे में इस पूरे मेले पर ही कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है।
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कुमाऊं के सबसे बड़े पूर्णागिरी मेले पर भी इस वायरस का साया पड़ने की आशंका देखते हुए प्रशासन हाई अलर्ट पर है। महाकाली नदी की भारत-नेपाल खुली सीमा पर अवैध रूप से आने-जाने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था नहीं होना भी परेशानी का सबब है।
मेले के दौरान यूपी, नेपाल के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से करीब 20 से 25 लाख श्रद्धालु आते हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या देखते हुए कोरोना जांच के लिए कैंप तैयार करना और डॉक्टरों की तैनाती करना बड़ी चुनौती होगा। अधिक डॉक्टरों की तैनाती के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र भेजा गया है।