ब्यूरो- नामांकन खत्म होने के बाद मौसम के बदले मिजाज से सूबे के पहाड़ी जिलों के उन उम्मीदवारों के माथे पर शिकन की लकीरें खिंच गई है जिनके क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गई है। दरअसल ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में मौसम उम्मीदवारों के प्रचार पर भारी पड़ रहा है।
सूबे के दो मैदानी जिलों को छोड़ दिया जाए तो बाकि जिलों में मौसम की मार से दावेदार हलकान हैं। बारिश और बर्फबारी की वजह से मौसम में ठंड बढ़ गई है जिससे दावेदारों के समर्थकों के पांव ठंड ने रोक दिए हैं। ऐसे मे प्रचार प्रसार मे दावेदारों को खासी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। समर्थक घरों में दुबके हैं और अकेले जाने मे रुतबे में असर पड़ता है। प्रचार न करें तो मुसीबत, करें तो किसके सहारे। ठंड ने प्रचार-प्रसार पर पहरा लगा दिया है। समर्थक दुबके हुए हैं और दावेदार परेशान हैं।