हेमकुंड साहिब सिखों का सबसे ऊंचा और सबसे पवित्र तीर्थस्थल है, जहां हर साल लाखों सिख श्रद्धालु माथा टेकते हैं। कपाट खुलने से पहले पंच प्यारो की अगुवाई में यात्री गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्थान करते हैं। जिसको लेकर पंच प्यारे पंजाब से गोविंदघाट पहुंच चुके हैं। 31 मई को गोविंदघाट गुरुद्वारा में गुरु का हुकुमनामा लेकर पंच प्यारों के नेतृत्व में यात्रा रवाना होगी। एक जून को पंचप्यारे घांघरिया से हेमकुंड पहुंचेंगे। गर्भगृह सचखंड से गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब में लाकर हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे। पंच प्यारे सिखों के दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह के सबसे समर्पित वीर थे।