रुद्रप्रयाग– मद्महेश्वर घाटी में लगातार हो रही बारिश से द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर को खतरा पैदा हो गया है। मंदिर के ठीक पीछे पहाड़ी से हो रहे कटाव मंदिर के पास तक पहुंच गया है, और इस कटाव का पानी भी मंदिर में आ रहा है। जो खतरे का कारण बन गया है। गत दिनों मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी ने मद्महेश्वर भ्रमण पर गए थे। उन्होंने बताया कि मद्महेश्वर मंदिर व बूढ़ा मद्महेश्वर के बीच स्थित बुग्याल में भी भूस्खलन हो रहा है। मंदिर के पीछे भूस्खलन को रोकने के लिए उचित कार्रवाई जरूरी है, और इसके लिए मंदिर समिति को अवगत करा दिया गया है। वहीं मंदिर समिति के कार्यधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि द्वितीय केदार मद्महेश्वर में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए शीघ्र वन विभाग से संपर्क कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरा क्षेत्र प्रतिबंधित वन क्षेत्र होने से यहां पर कोई भी कार्य बिना वन विभाग की अनुमति से कार्य संभव नहीं है।