आराकोट: मोरी ब्लाक के आरकोट और आसपास के क्षेत्रों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। मौंडा गांव के खक्वाड़ी एवं झोटाड़ी गांव में भी आपदा से भारी नुकसान हुआ है। झोटाड़ी गांव में छत्रपाल चैहान का परिवार घर में ही फंस गया है। आराकोट में नकोट गांव की ओर से आने वाले गदेरे में आए उफान से कई मकानों में मलबा घुस गया।गदेरे से सटा मकान बहने से य राजकीय इंटर काॅलेज आराकोट के शिक्षक बृजेंद्र कुमार और उनकी बेटी शीलू के साथ ही एक अन्य महिला के भी बहने की सूचना है। आराकोट में पावर नदी के किनारे से शिक्षक का शव बरामद होने की सूचना मिल रही है।
पाबर नदी का पानी ईशाली गांव को जोड़ने वाले झूला पुल को छूते हुए बह रहा है। पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है। मोरी आराकोट क्षेत्र में आपदा की सूचना मिलते ही डीएम डा.आशीष चैहान ने बड़कोट, पुरोला और मोरी से राजस्व विभाग, एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम को मौके पर रवाना कर दिया है। डीएम ने आपदाग्रस्त क्षेत्र से नजदीकी को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के प्रशासन से भी राहत-बचाव कार्य के लिए संपर्क किया है।
त्यूनी में भी टोंस नदी के उफान पर पर आने से कई घर खतरे की जद में आ गए हैं। तहसील प्रशासन ने 35 परिवारों के घरों को खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। अपर जिलाधिकारी रामजी शरण ने बताया कि बादल फटने के कारण एक महिला मलबे में दब गई है। खतरे को देखते हुए त्यूनी बाजार को भी खाली कराया गया है।