मोटापा न सिर्फ आपके लुक तो बिगाड़ता है बल्कि ये अपने साथ कई बीमारियों को भी साथ लाता है। आज के दौर में ज्यादातर लोगों की समस्या मोटापा और पेट पर जमा फैट है। इसका मुख्य कारण है कि लोग आराम तलब हो गए हैं जिससे उनकी शारीरिक गतिविधि कम हो रही है। जबकि स्थिति ये है कि सभी सुडौल, छरहरी काया चाहते हैं। जिसके लिए लोग संतुलित आहार और व्यायाम की बजाए शॉर्ट कट अपनाते हैं। यह शॉर्ट कट वजन घटाने की बजाए कभी-कभी सेहत के लिए जोखिम भी ले आते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे भ्रम बता रहे हैं जिन्हें लोग वजन घटाना का सही तरीका समझ बैठते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो चीजें—
नींबू पानी में शहद डाल कर पीने से पतले होते हैं
यह एक गलत धारणा है, ऐसा कोई जादुई पेय नहीं होता जिसे पीकर हमारा वजन घट जाए इसमें कोई शक नहीं की शहद हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और आयरन अधिक मात्रा में होती हैं, परन्तु एक चम्मच शहद में 200 कैलोरी होती है। इसमें फ्रुक्टोस भी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण यह वजन घटाने में खलल डालता है। सीमित मात्रा में लेने के बावजूद नियमित रूप से इसका सेवन न करें।
एपल सिडर विनेगर घटाता है वजन
यह एक धारणा प्रचलित होती जा रही है कि एपल सिडर विनेगर से वजन घटता है। लोग सुबह-सुबह खाली पेट इसका सेवन करने लगे हैं। इसकी बजाए बेहतर है कि संतुलित आहार से वजन घटाएं। इसे खाली पेटा पीने से अलसर होने का खतरा रहता है। गले में जलन एवं तंत्रिका तंत्र को हानि पहुंचती है। एपल सिडर विनेगर को आप स्वाद के लिए खाने में डाल सकते है, परन्तु वजन घटाने में यह आपकी मदद नहीं करता।
फल खाने से वजन घटता है
यह एक गलत धारण है। फलों का सेवन एक दिन में सौ ग्राम से अधिक नहीं करना चाहिए। अगर हम वजन घटाने के लिए सिर्फ फलों का सेवन करते हैं, तो फलों में मौजूद, फ्रुक्टोस ट्राइग्लिसराइड्स में बदल जाती है, जो हमारे हृदय की सेहत के लिए नुकसान दायक है। इसके इलावा देखा गया है कि लेाग वजन घटाने के लिए अत्यधिक, पपीता, खरबूजे और तरबूज का सेवन करते हैं। इन फलों में फाइबर तो हैं, परन्तु इनका गलाइसिमिक इंडेक्स बहुत ज़्यादा है। जो वजन घटाता नहीं, बढ़ाता है।
शुगर फ्री खाद्य पदार्थ होते है बेहतर
यह भी एक भ्रम है कि शुगर फ्री खाद्य पदार्थ सेहत के लिए अच्छे होते हैं। इनमें बेशक चीनी का इस्तेमाल नहीं होता, परन्तु इनमें कई तरह के रसायन मिलाए जाते हैं। जिससे इनका स्वाद बना रहे। यह रसायन इतने हानिकारक होते हैं कि इनसे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का भी खतरा उत्पन्न हो सकता है।
स्लिमिंग पिल्स वजन घटाने के लिए उत्तम हैं
ऐसी दवाएं खाने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। भले ही यह दवा आपको वजन घटाने में मदद करे, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है।
भूखे रहने सक वजन घटता है
सच यह है कि भूखे रहने से वजन बढ़ता है। खाने के समय खाना जरूर खाएं। इसका ध्यान रखें आप क्या खा रहे हैं, कितनी मात्रा में खा रहे हैं। भूखा रहने से हमारा बीएमआर घटता है। जिसके कारण कैलीरी कम बर्न होती है। अधिक वसा होती है और खाने के प्रति रूचि बढ़ती है।
सुबह सैर करने से ही ज़्यादा कैलीरी बर्न होती हैं
यह एक कल्पित कथा है। कैलरी बर्न होना व्यायाम की अवधि पर ही निर्भर होता है। आपका शरीर सुबह व शाम की कसरत में अंतर नहीं कर सकता। इसलिए आवश्यक है कि आप अपनी व्यायाम की अवधि बढ़ाएं। अगर आप 3500 कैलरी बर्न करते हैं तो आपका वजन एक पाउंड घटता है।
जितना ज्यादा जिम उतनी तेजी से घटेगा वजन
अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो खाने में और व्यायाम के बीच संतुलन बनाना होगा। जिम और ऐरोबिक्स से पहले कारबोहाईड्रेट्स बर्न होते हैं और उसके बाद फैट बर्न होती है। इसके विपरीत अगर आप सैर और हल्का-फुल्का व्यायाम करते हैं तो पहले फैट बर्न होती है और उसके बाद कार्बोहाईड्रेट।
पदार्थ/सप्लीमेंट्स
बाजार में कई प्रकार के वजन घटाने वाले पाउडर मिलते हैं। यह प्रोटीन शेक्स होते है। इनको पीने से इलैक्ट्रोलाइट का नुकसान होता है। जिससे कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं और किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है।
चीनी की जगह शहद खाएं
सच्चाई यह है रासायनिक लिहाज से चीनी और शहद बिल्कुल बराबर हैं। यहां तक कि नियमित चीनी के सेवन के मुकाबले शहद में ज़्यादा कैलोरी है। जितना हो सके मीठे का अपने भोजन में कम से कम प्रयोग करें।