अस्पताल बना रैफर सेंटर, 11 डॉक्टर तैनात थे अब दे रहे 2 डॉक्टर सेवा
अब सारे मुलाजिम हड़ताल पर,जनता परेशान,प्रसव और आपातकालीन सेवा का क्या होगा ?
टिहरी, संवाददाता- धनोल्टी तहसील में थत्यूड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सरकार ने पीपीपी मोड पर राजभ्रा प्राइवेट मेडिकेयर कंपनी को दे रखा है। लेकिन इलाकी स्वास्थ्य सेवा का ठेका लेने वाली कंपनी का हाल ये है कि कंपनी यहां अस्पताल में तैनात अपने मुलाजिमों का ठेका भी सलीके से नहीं उठा पा रही है। आलम ये है कि कंपनी ने अस्पताल में तैनात कर्मियों को बीते 3 महीने से वेतन भुगतान नहीं किया है। जिसके चलते डॉक्टर समेत सभी स्टॉफ हड़ताल पर चले गए हैं। जिसका खामियाजा इलाके की जनता को भुगतना पड़ रहा है। लोगों को मामूली बुखार के लिए भी मसूरी,चंबा,टिहरी या फिर देहरादून का सफर करने को जनता मजबूर है। हालांकि यहां राजभ्रा कंपनी ने 11 डॉक्टर तैनात किए थे लेकिन वेतन की दिक्कत के चलते 9 डॉक्टरों ने कंपनी से अपना किनारा कर लिया है। महज 2 डॉक्टर यहां तैनात हैं। अस्पताल प्रबंधन का तर्क है कि कंपनी के बिल सरकार के पास हैं। बिल पास होंगे तो वेतन मिलेगा। आज कंपनी और सरकार के बीच बेकसूर जनता पिस रही है। स्थानीय जनता की माने तो सरकार को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जिम्मेदारी खुद उठानी चाहिए और राजभ्रा कंपनी को हटा देना चाहिए। बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि रैफर सेंटर बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सेहत कब सुधरेगी ताकि जनता को स्थानीय स्तर ही चिकित्सा सेवा मिल सके।