हाथरस गैंगरेप पी़ड़िता मामले में पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता के गांव में घेराबंदी की गई है। किसी को भी गांव से बाहर आने और बाहर से किसी को गांव में जाने की इजाजत नहीं दी गई है। मीडिया को भी रोका गया हालांकि कई सवाल उठने और किरकिरी होने के बाद, देश की जनता के गुस्से के बाद मीडिया को इंट्री मिल गई है।
वहीं जब परिवार को बंधक बनाया गया था यानी की शुक्रवार को गांव से छिपकर मीडिया के पास आए एक लड़के ने पुलिस-प्रशासन पर फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं। लड़के ने कहा है कि पीड़िता के घरवाले मीडिया से बात करना चाहते हैं लेकिन उन्हें घर में कैद कर दिया गया है। सबके मोबाइल छीन लिए गए हैं और उसके ताऊ की छाती पर लात मारी गई है और ताऊ बेहोश हो गए। खेतों से भागते हुए मीडिया के पास आए एक लड़के ने कहा कि उसे घरवालों से भेजा है। उसे कहा गया है कि मीडिया वालों को बुला लाओ। घरवाले कुछ बात करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें निकलने नहीं दिया जा रहा है।