हरिद्वार भेल क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने नरभक्षी गुलदार की वजह से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है नरभक्षी गुलदार हर रोज रिहायशी इलाकों में आ रहा है मगर वन प्रभाग इसे पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है. वन प्रभाग द्वारा कई जगह इस गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए गए हैं मगर यह नरभक्षी गुलदार अभी तक वन प्रभाग की पकड़ से बाहर है.
नरभक्षी गुलदार के आतंक से लोगों को बचाने के लिए भेल फैक्ट्री के स्थाई अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने वन मंत्री हरक सिंह रावत, हरिद्वार जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी और डीएफओ अकाश वर्मा को गुलदार को जल पकड़ने या खत्म करने के लिए नोटिस भेजा है और इसमें लिखा गया है कि अगर भविष्य में इस गुलदार की वजह से कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी इन तीनों की ही होगी.
नरभक्षी गुलदार लोगों के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ है. वन प्रभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए कई पिंजरे भी लगाए गए और कैमरे से भी इस गुलदार की मॉनिटरिंग की जा रही है मगर उसके बावजूद भी यह नरभक्षी गुलदार वन प्रभाग के शिकंजे से दूर ही है. अब इस गुलदार को पकड़ने या मारने के लिए भेल फैक्ट्री के स्थाई अधिवक्ता अरुण भदोरिया द्वारा वन मंत्री जिला अधिकारी और डीएफओ हरिद्वार को नोटिस भेजकर कार्रवाई की मांग की है. अगर कार्रवाई नहीं होती है तो अरुण भदोरिया ने इन तीनों पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है अब देखना होगा वन प्रभाव कब तक इस नरभक्षी गुलदार को पकड़कर लोगों को राहत देता है