देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत अक्सर पार्टियां देते रहते हैं। उनकी पार्टियों में पहाड़ी उत्तपाद होते हैं। हरीश रावत ने फिर से पार्टी देने का प्लान बनाया है। उनको पार्टी देने का ख्याल गांव के बाजार भतरौजखान से आया। हरदा ने फेसबुक पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी का पूरा प्लान बताया है, लेकिन साथ ही यह भी बताया है कि इस बार चाहकर भी पार्टी नहीं देना चाहते। हालात पार्टी वाले नहीं हैं।
पोस्ट में उन्होंने कहा कि है कि आज अपने गांव के बाजार भतरौजखान में प्यारी-प्यारी पहाड़ी ककड़ियां और लाल वाली मूली देखकर मेरा मन फिर से ललचाने लग गया है कि मैं आपको ककड़ी, रायता, आम, जामुन, भुट्टा पार्टी दूं। हर साल मैं ऐसी तीन-चार पार्टियां करता था, काफल पार्टी भी करता था, आज उसी का परिणाम है कि काफल 200-250 रुपये किलो तक बिका है। देहरादून में, हल्द्वानी में, रूद्रपुर और हरिद्वार में ठेलियां लगाकर के भी लोगों को काफल बेचते देखा है।
मैं नींबू पार्टी भी करता था, लेकिन एक डर मेरे मन में बैठ गया है, हमारी इन पार्टियों में सभी नेता नहीं आ पाते हैं, पार्टी के नेताओं को जब मैं आमंत्रित करता हूं तो किसी का कहीं ना कहीं इधर-उधर प्रोग्राम होता है। तो आम पार्टी में, नींबू पार्टी में, काफल पार्टी में जो सकारात्मकता है वो समाचार नहीं बनती है, हमारे किसी साथी का ना आना समाचार बन जाता है। कांग्रेस इस समय जिस स्थिति में है, अच्छे काम में भी कोई नकारात्मकता आ जाए तो उससे बचना चाहिए इसलिए मैं आम, आड़ू, जामुन, भुट्टा आदि की जो पार्टी देने के विचार को मन में मसोस करके रुक जा रहा हूं। देखेंगे अगले साल अपने दोस्तों को जो बड़े उत्साह के साथ इनमें भाग लेते हैं, उनको बुलाऊंगा। मैं अपने सब दोस्तों से अपनी इस सोच के लिए माफी चाहता हूं।