उत्तराखंड से एक बड़ी खबर आ रही है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। हरीश रावत ने ये फैसला राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद दिया है। हरीश रावत को राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता है। राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद हरीश रावत को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था। राहुल गांधी को केदारनाथ यात्रा पर आने का निमंत्रण भी हरीश रावत ने ही दिया था। राहुल गांधी ने भी हरीश रावत का निमंत्रण स्वीकार कर केदारनाथ की पैदल यात्रा की थी।
वहीं हरीश रावत का इस्तीफा दो माएनों में अहम माना जा रहा है। संभव है कि ये राहुल गांधी पर अध्यक्ष बने रहने का दबाव बनाने की कवायद हो। क्योंकि राहुल गांधी और हरीश रावत की अच्छी जुगलबंदी रही है। वहीं अपने इस्तीफे से संभवत हरीश रावत पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को संदेश देना चाह रहें हों कि दूसरी पंक्ति के नेताओं के लिए अब जगह खाली कर देनी चाहिए।
हरीश रावत ने अपना इस्तीफा अपने फेसबुक पेज पर भी डाला है। खबरउत्तराखंड.कॉम ने हरीश रावत के करीबियों से बात की है। सीधे तौर पर इस इस्तीफे के पीछे की वजह बताने के लिए कोई तैयार नहीं है। हालांकि राहुल गांधी के इस्तीफे को वजह मानने से कोई इंकार भी नहीं कर रहा है।