देहरादून। गैरसैंण में बजट सत्र न कराए जाने से नाराज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य की त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ सांकेतिक उपवास पर बैठेंगे। आठ जून से शुरु हो रहे विधानसभा सत्र के पहले दिन हरीश रावत विधानसभा के बाहर कांग्रेस के सहयोगियों के साथ सांकेतिक उपवास पर बैठेंगे।
हरीश रावत ने वर्तमान त्रिवेंद्र सरकार पर गैरसैंण की उपेक्षा का आरोप लगाया है। हरीश रावत ने कहा है कि उनकी सरकार ने बजट सत्र को गैरसैंण में कराने का फैसला लिया था। ये फैसला विधानसभा में सर्वसम्मिती से लिया गया था लेकिन त्रिवेंद्र सरकार विधान सभा में लिए गए फैसले का भी सम्मान नहीं कर रही है।
त्रिवेंद्र सरकार के 2017 का बजट सत्र को गैरसैंण में न कराने के फैसले के विरोध में हरीश रावत आठ जून को सुबह 10 से 11 बजे तक विधानसभा के बाहर सांकेतिक उपवास कर अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे।
क्या कह रही है सरकार
वहीं त्रिवेंद्र सरकार गैरसैंण में सत्र न कराने के फैसले को सही ठहरा रही है। त्रिवेंद्र सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा है कि गैरसैण में मूलभूत सुविधाओं का विकास किए बिना सत्र कराना ठीक नहीं है। मदन कौशिक ने कहा है कि गैरसैंण विधानसभा भवन में विधायकों की सुविधाओं का इंतजाम किए बिना सत्र नहीं कराया जा सकता है। वहीं सरकार के प्रवक्ता ने चार धाम यात्रा का भी तर्क दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में चार धाम यात्रा चल रही है ऐसे में गैरसैंण में सत्र कराने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करेगा पड़ेगा।