देहरादून : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और विधायक हरीश धामी ने आज देहरादून में संयुक्त प्रेसवार्ता की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पिथौरागढ़ की आपदा को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए बड़े सवाल खड़े किए और त्रिवेंद्र सरकार पर हमला किया.
हरीश रावत ने राज्य सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि पिथौरागढ़ में आई आपदा से पूरे गांव आपदा की चपेट में आ गए हैं। हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने सभी क्षेत्रो का भ्रमण किया। पिथौरागढ़ में भयंकर आपदा आई है, गांव के गांव आपदा में बह गए। पिथौरागढ़ में ग्रामीणों को वापस जाने के लिए राज्य सरकार ने आदेश किये हैं। हरीश रावत ने कहा कि सरकार इस आदेश को तत्काल वापस ले। त्रिवेंद्र सरकार पर हमला करते हुए हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार आपदा पीड़ितों को भगवान भरोसे छोड़ रही है।’डबल इंजन सरकार के लिए बड़ी चुनोती है की खतरे की जद में खड़े गांव का विस्थापन करना है।
बता दें कि हरीश रावत पिथौरागढ़ का मामला पहले भी उठा चुके हैं औऱ सरकार पर हमला कर चुके हैं। हरीश रावत ने अपने बयान में पहले भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिथौरागढ़ के मुनस्यारी समेत अन्य ब्लाक तहसीलों में आई आपदा केदारनाथ आपदा का पार्ट-2 है, मगर राज्य सरकार लोगों की सुध नहीं ले रही. उन्होंने कहा कि हिमालयी सुनामी की कोई सीमा नहीं है और दुर्गम स्थानों पर आपदा का स्वरुप भविष्य के संकेत दे रहा है कि यह बहुत ही खतरनाक हो सकता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनकी सरकार थी तब व्यापक अध्यन किया गया था, जिसमें 343 गांवों को विस्थापित करने की बात सामने आई थी. अब तो इन गांवों का विस्थापन बहुत ज़रूरी हो गया है.