देहरादून- सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी मौजूदगी लगातार करवा रहे हैं। राज्य के सुदूर क्षेत्रों से लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हरीश रावत विपक्ष वाली पूरी भूमिका अदा कर रहे हैं। हालांकि वे विधानसभा के सदस्य नहीं हैं बावजूद उनके गंभीर सवालों से सूबे की सरकार आहत हो जाती है।
बीते दिनो हरीश रावत की निगरानी के लिए ड्रोन रखने की बात करने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की सरकार को एक बार फिर से हरीश रावत ने लपेटा है। हरीश रावत ने मेट्रो जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट पर फेसबुक के जरिए तीर चलाते हुए लिखा है कि मेट्रो के लिए मिट्टी परीक्षण के काम से खुशी तो मिल रही है लेकिन जो मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर कटौती की गई है उससे भारी तकलीफ हो रही है। रावत ने अपनी सरकार के वक्त का हवाला देते हुए कहा है कि मौजूदा सरकार को प्रोजेक्ट के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं थी क्योंकि जो एजेंसी प्रोजेक्ट पर धन लगाएगी वो पहेले से ही तय है।
पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने अपनी फेसबुक वॉल पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा- #देहरादून ,राजपुर रोड की तस्वीर बदल रही है मगर इसको सहारनपुर रोड तक मिलाने का प्रोजेक्ट है और काम की प्रगति बहुत धीमी है, मुख्यमंत्री Trivendra Singh Rawat जी को स्वयं ध्यान देना चाहिए और ये देहरादून का बिल्कुल लैंडमार्क प्रोजेक्ट है जिसमें हमने पूरे के पूरे धन की व्यवस्था की थी मतलब राज्य सरकार को अपनी ओर से धन की व्यवस्था के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है और उसके लिए पहले से ही कहां से धन आएगा वो एजेंसीस तय है।”
अपनी फेसबुक वॉल को दूसरी बार अपडेट करते हुए हरीश रावत ने लिखा “Trivendra Singh Rawat जी, अच्छा लगा कि मेट्रो ने #देहरादून में सॉयल टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है मगर तकलीफ इस बात की है कि मेट्रो के पूरे प्रोजेक्ट को कट डाउन कर दिया गया है, होना तो ये चाहिए था कि #रुड़की से प्रारंभ होती लेकिन हमने भी संसाधनों को देखते हुए #हरिद्वार, #ऋषिकेश वाया डोईवाला इस प्रोजेक्ट को देहरादून तक पहुंचाने का निर्णय लिया और अब मुझे पता चला है केवल देहरादून के लिए मेट्रो का काम होगा। हम कॉरपोरेशन बना कर के गए, अधिकारियों की नियुक्ति करके गए अब और संसाधन कैसे जुटेंगे उसका सारा प्रपोजल तय करके गए।”