देहरादून : 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री-विधायकों का दल बदलने का सिलसिला जारी है। बीते दिनों पुरोला से विधायक राजकुमार भाजपा में शामिल हुए तो वहीं धनौल्टी से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार और रामसिंह कैड़ा ने भाजपा का हाथ थामा तो वहीं आज यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव ने भाजपा को छोड़ कांग्रेस का दामन थामा। उत्तराखंड की सियासत में इससे हलचल मच गई।
वहीं आज सुबह ही खबर आई कि रायपुर से भाजपा विधायक उमेश काऊ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। लेकिन ये खबर समय के साथ अफवाह साबित हुई। उमेश काऊ की अनिल बलूनी के साथ मुलाकात की फोटो वायरल हुई। तो वहीं इस खबर के बीच ये खबर भी आ रही हैं कि हरीश रावत के शिष्य हरीश धामी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
लेकिन इन अफवाहों पर हरीश धामी लगाम लगा दी है। हरीश धामी ने अपना एक बयान देते हुए कहा है कि वह एक सैनिक के बेटे हैं, उन्होंने कहा कि हमारी ही पार्टी के कुछ लोग इस तरह का दुष्प्रचार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि आने वाले समय में हरीश धामी उनके लिए खतरा हो सकते हैं, लेकिन ना मैं अपने गुरु हरीश रावत को धोखा दूंगा ना ही राहुल गांधी को धोखा दूंगा।