हरिद्वार : एम्स से डिस्चार्ज होकर संत गोपालदास सीधे मातृ सदन पहुंचे और उन्होंने हार न मानते हुए फिर से अपनी राह पकड़ी. मातृ सदन पहुंचते ही उन्होंने बुधवार से जल त्यागने का एलान किया. इसी के सथ उन्होंने एक खून से लिखा पत्र भी एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है।
उन्होंने पत्र में पीएम मोदी को देश के प्रधान सेवक, चौकीदार, पहरेदार कहकर संबोधित किया है। उन्होंने सवाल किया है कि हम जैसे साधारण लोगों और महात्माओं का जीवन क्या नीति आयोग के बलबूते है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में लोक की बात सुनी जानी चाहिए। यही प्रजातंत्र की खूबसूरती है। बड़े विश्वास के साथ जनता ने आपको पीएम पद पर बैठाया है। ऐसे में जनमानस के हित की सोचना आपकी जिम्मेदारी है। असल बात यह है कि विकास के नाम पर लोगों का भविष्य चौपट किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री की ओर से ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक अनशन जारी
उन्होंने कहा कि यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब कि प्रधानमंत्री की ओर से ठोस आश्वासन नहीं मिलता। एसडीएम हर गिरी का कहना है कि संत गोपाल दास ने चिट्ठी पहले से लिख रखा था। लाल रंग था लेकिन कह नहीं सकता कि वो खून से लिखा गया या किसी स्याही से। पत्र भेज दिया गया है।