हरिद्वार: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने महंत मोहनदास की गुमशुदगी को लेकर संतों के आक्रोश को जायज ठहराया। महाराज ने शुक्रवार को बड़ा अखाड़ा कनखल जाकर संतों से मुलाकात की। इसी बीच महाराज ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निजी सचिव और केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी से फोन पर वार्ता की।
संतों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि महंत मोहनदास की तलाश पूरी न होने के कारण संतों का गुस्सा और आक्रोश जायज है। उन्होंने संतों के पैदल मार्च को भी समर्थन दिया। उन्होंने बताया कि महंत मोहनदास को लेकर अहम सुराग मिले हैं। इस दौरान हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, अखाड़े के श्रीमहंत महेश्वरानंद, स्वामी हरिचेतनानंद, महंत दुर्गादास, सुखदेव मुनि मौजूद रहे।
संतों की नाराजगी भांप दौड़े महाराज
महंत गुमशुदगी मामले में संत प्रदेश सरकार को लेकर खासे नाराज हैं। संतों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने एक बार भी हरिद्वार आकर संतों से महंत मोहनदास के बारे में जानकारी नहीं जुटाई है। संतों का मानना है कि इसी कारण पुलिस अभी तक मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। सूत्र बताते हैं कि संतों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को लेकर भी नाराजगी थी। उनके जन्मदिन कार्यक्रम को लेकर भी संतों में सुगबुगाहट हो रही थी।
इससे वाकिफ एक विधायक ने सतपाल महाराज को पूरी जानकारी दी। इसे भाजपा की लोकल गुटबाजी का हिस्सा भी माना जा रहा है। कुल मिलाकर संतों की नाराजगी को भांपते हुए सतपाल महाराज शुक्रवार को अखाड़ा पहुंचे और संतों से पूरे मामले की जानकारी ली। तसल्ली से बातचीत करने के बाद महाराज ने श्रीचंद्र भगवान के मंदिर में भी मत्था टेका।