हरिद्वार : लक्सर औऱ हरिद्वार के देहात क्षेत्रों में इन दिनों निजी स्कूलों द्वारा डग्गामार वाहनों में बच्चों को बैठाकर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जो तस्वीरें साफ बयां कर रही है। निजी स्कूलों द्वारा बच्चों के लिए जुगाड़ रिक्शा, घोड़े, तांगा जैसी सवारियों से बच्चों को ठूस-ठूस कर ढोया जा रहा है। जबकि इन वाहनों से बच्चों के लिए जान पर बनी रहती है। वहीं सड़कों के गड्ढे इस जोखिम को दुगुना कर देते हैं। वहीं प्रशासन कई बार खंड शिक्षा अधिकारी व निजी स्कूलों के साथ मीटिंग कर स्कूली वाहनों के फिटनेस के लिए दिशा निर्देश भी दिए। जिसका असर आज तक दिखाई नहीं दिया और सड़कों पर दौड़ते स्कूली डग्गामार वाहन दुर्घटनाओं का सबक बन रहे हैं।
नहीं शासन-प्रशासन का कोई खौफ
सड़क पर दौड़ते डग्गामार वाहनो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन्हें शासन प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। पहले भी क्षेत्र में बिना फिटनेस की गाड़ी से स्कूली बच्चों के लिए कई हादसे हो चुके हैं लेकिन लकसर में निजी स्कूलों द्वारा खुलेआम मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
उपजिलाधिकारी का रटा रटाया जवाब
वहीं जब लक्सर उप जिला अधिकारी पूरण सिंह राणा से बात की गई तो वह भी रटा रटाया जवाब देते नजर आए। उन्होंने बताया कि एआरटीओ और पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ रूटिंग में चेकिंग कर अवैध ओवरलोड वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी जिससे कि स्कूली बच्चों के लिए आवाजाही में कोई परेशानी ना हो इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी से बात कर ऐसे स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।