हरिद्वार के महानगर व्यापार मंडल ने कांवड़ मेले पर संकट के बादल मंडराने के ओर इशारा करते हुए कहा की सरकार इस बार कांवड़ यात्रा में हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की बात कर रही है। लेकिन जिस सड़क पर कांवड़ को आना-जाना है, उस टूटी सड़क की मरम्मत को तैयार नहीं है। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा केवल बैठकों तक ही सीमित होकर रह गई है।
17 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर धरातल पर कहीं कोई काम नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे हालात में आनन-फानन में किये जाने वाले काम से शासकीय धन का ही दुरुपयोग होगा। पत्रकार वार्ता के दौरान व्यापारी सुनील सेठी ने कहा कि जगह जगह टूटी सड़कें, ज्वालापुर नहर पटरी, हाईवे की स्थिति में कोई भी सुधार नहीं किया गया है। एक तरफ बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज कावड़ियों पर हेलीकॉटर से पुष्प वर्षा करवाने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें टूटी सड़कें नहीं दिखाई दे रही हैं। टूटी सड़क, गड्डों पर चलकर कावड़ियों के पैरों में जो छाले पड़ेंगे, उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा।
अगर यही हाल रहा तो कावड़ यात्रा भगवान भरोसे संपन्न होगी। विनय श्रोत्रिय ने कहा कि हरकी पैड़ी से भीमगोड़ा तक सड़क टूटी हुई है। इस मार्ग पर कांवड़ियों का तांता लगा रहता है। पांच माह से इस टूटे मार्ग पर यात्री रोजाना चोटिल हो रहे है। श्मशान घाट के एक मात्र रास्ते का रपटा टूटा पड़ा है। प्रतिबंधित प्लास्टिक केनी घाटों पर खुले आम बेची जा रही हैं।