हरिद्वार शहर को साफ करने के लिए निजी कंपनी केआरएल किस कदर नगर निगम को चूना लगा रही है और शहर की सफाई व्यवस्था के नाम पर शहर को कूड़े का ढेर बना दिया है…हड़कंप उस वक्त मचा जब हरिद्वार की मेयर ने कई पार्षदों के साथ यहां के सराय स्थित केआरएल कंपनी के कूड़ा निस्तारण प्लांट पर छापा मारा। अचानक छापेमारी की कार्रवाई से केआरएल कंपनी के कर्मचारियों के होश उड़ गए। मौके पर भारी अनियमितताये पाईं गई। जहां ना तो कंपनी का प्लांट चल रहा था और नियमों के विपरीत भारी मात्रा में कूड़ा प्लांट के बाहर बिना किसी टीन शेड के पड़ा था।
यही नहीं मौके पर केआरएल कंपनी की करोड़ों की गाड़ियां धूल फांक रही थी। मौके पर पहुंची मेयर ने केआरएल कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई।
दरअसल पिछले लंबे समय से इस बात की शिकायत मिल रही थी कि केआरएल कंपनी करोड़ों रुपए डकार ने के बाद भी शहर में ना तो सही से कूड़ा उठा रही है और ना ही कूड़े का उचित निस्तारण कर रही है जिसके बाद मौके पर पहुंचे मेयर ने कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी। उधर कंपनी से जुड़े लोगों के अनुसार समय से निगम से पैसा रिलीज नहीं किया जाता।जिसके चलते इस तरह की परेशानियां आ रही हैं।