हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने देर रात बड़ी कार्रवाई की। अस्पतालों और अल्ट्रासाउंड सेंटरों की मिल रही शिकायत पर देर शाम जिला अधिकारी दीपक रावत ने हरिद्वार और ज्वालापुर क्षेत्र के कई अल्ट्रासाउंड सेंटरों और निजी अस्पतालों पर छापेमारी की कार्रवाई की. इसके साथ ही उन्होंने ज्वालापुर क्षेत्र में एक बीएएमएस डॉक्टर के क्लीनिक को भी अनियमितता पाए जाने पर सील कर दिया। डीएम की यह कार्रवाई देर रात तक चलती रही कार्रवाई से आईएमए हरिद्वार में काफी रोष है।
एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील
डीएम दीपक रावत ने कहा कि ज्वालापुर क्षेत्र में छापेमारी की कार्रवाई की गई है जिसमें एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया है जबकि एक कथित डॉक्टर के क्लीनिक को भी सील करने के साथ दो अन्य अस्पतालों में कागजों की जांच की गई है जिसमें काफी अनियमितताएं पाई गई हैं. डीएम ने कहा कि एक नर्सिंग होम में दवाओं को खोल कर बेचा जा रहा है, जो कानूनन अपराध है. इसके साथ ही यहां पर कई अनियमितताएं भी पाई गई हैं जिसकी जांच की जा रही है इसी के आधार पर आगे की कार्यवाही होगी।
बेवजह डॉक्टर को परेशान करने की कार्रवाई है-डॉक्टर
डीएम की कार्रवाई का शिकार हुए डॉ सुभाष कुमार का कहना है की यह बेवजह डॉक्टर को परेशान करने की कार्रवाई है उनका कहना है कि डीएम ने उन्हें कागज तक लाने का मौका नहीं दिया है अब जिस समय पर कागज मांगे गए हैं उपलब्ध करा दिए जाएंगे उन्होंने कहा कि वह पिछले कई दशकों से प्रैक्टिस कर रहे हैं और कोई भी गलत काम नहीं कर रहे।
डीएम ने जिस तरह कार्यवाही की वह शोर से ज्यादा कुछ नहीं-डॉक्टर
वहीं आईएमए हरिद्वार के अध्यक्ष डॉ. जसप्रीत सिंह का कहना है कि बेवजह इस कार्रवाई द्वारा परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डीएम ने जिस तरह कार्यवाही की वह शोर से ज्यादा कुछ नहीं है. छापेमारी से अच्छा होता कि दो तीन लोगों को भेजकर दस्तावेज की जांच करा ली जाती, यह बिल्कुल ही गलत है ऐसी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।
डीएम की इस कार्रवाई से हरिद्वार में अल्ट्रासाउंड सेंटर और कई क्लीनिक पर हड़कंप मचा रहा देर रात तक चली इस कार्रवाई में डीएम रावत ने कहा कि अल्ट्रासाउंड सेंटर और क्लीनिक अपने दस्तावेज सही रखें. अब इस कार्रवाई के बाद देखना होगा कि हरिद्वार में अल्ट्रासाउंड सेंटर और क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर इस पर कितना अमल करते हैं .जिससे आने वाले वक्त में यह सारी चीजें दुरुस्त हो सके।