देहरादून : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर से सोशल मीडिया पर लिखते हुए सरकार पर हमला बोला. हरीश रावत ने 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर टिहरी डैम को बेचे जाने की साजिश का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ टीएचडीसी मुख्यालय ऋषिकेश में सांकेतिक उपवास पर बैठने का ऐलान किया।
हरीश रावत की पोस्ट
हरीश रावत ने लिखा कि 14 नवम्बर, महान दिन है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, लोकतंत्र के प्रेरणा श्रोत, विश्व शान्ति के अग्रदूत और भारत की आर्थिक विकास की नींव डालने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू जी का जन्मदिन है। पंडित नेहरू ने सरकारी उपक्रमों और संस्थाओं की नींव डालकर, आज के भारत के निर्माण की बुनियाद ही नहीं रखी, बल्कि उसमें इमारत भी खड़ी कर दी। आज की सत्ता, भारतीय अर्थव्यवस्था के उसी कोर सेक्टर, सरकारी उपक्रमों को एक-एक कर पूंजीपतियों के हाथ में बेच रही है और अब उत्तराखण्ड के सपनों का सागर, टिहरी सागर को भी, श्री श्रीदेव सुमन सागर को भी बेचा जा रहा है। हमारा नारा है, ‘‘नेहरू के सपनों को मिटने नहीं देंगे, उत्तराखण्ड की सम्पत्तियों को बिकने नहीं देंगे’’। नेहरू जी के जन्मदिन पर टिहरी डैम को बेचे जाने की साजिश के खिलाफ ‘‘सांकेतिक उपवास’’, पंडित नेहरू को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है, हम सबकी। आप सब 14 नवम्बर को सादर आंमत्रित हैं, प्रातः 11 बजे, टी.एच.डी.सी. हैडक्वाटर, ऋषिकेश के सामने ‘‘सांकेतिक उपवास’’ पर मेरे साथ बैठने के लिये। आईये, हम सब सरकारी उपक्रमों को बेचने के खिलाफ नेहरू जी के जन्मदिन पर संकल्पबद्ध हों।