हरीश रावत की पोस्ट
पूर्व सीएम हरीश रावत ने लिखा कि उत्तराखंड से, मेरा मन यह पूछने को कर रहा है कि, आखिर क्या बात है कि, आप चारधाम_यात्रा पर भी चुप हो, कांवड़ यात्रा इस वर्ष नहीं होगी, शासन के इस निर्णय पर भी आप चुप हो, पर्यटन के क्षेत्र में कहीं, कोई पहल करते हुये सरकार दिखाई नहीं दे रही है, न लेजर टूरिज्म की तरफ कोई पहल है, न धार्मिक टूरिज्म की तरफ, तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है, मैंने कह दिया है कि, पहले से ही सरकार दरवाजे लगभग बंद कर दिये हैं, ईको_टूरिज्म, पर्यावरणीय_टूरिज्म, जो भी कह लीजिये, उसकी दिशा में भी सरकार की तरफ से कुछ प्रयास नहीं किये जा रहे हैं उसे प्रारंभ करने के, साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में भी कोई प्रयास नहीं किये जा रहे हैं। #उत्तराखंड की सबसे बड़ी इंडस्ट्री खेती के बाद जिस पर निर्भरता है, बल्कि खेती के समकक्ष ही, वह है पर्यटन और वहां सरकार का नकारात्मक चिंतन सामने आ रहा है। #पंजाब ने अपनी आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ कर दी हैं।
आर्थिक गतिविधियों को केजरीवाल जी जारी रखने का संकल्प व्यक्त कर रहे हैं-हरदा
आगेल पूर्व सीएम हरीश रावत ने लिखा कि दिल्ली, कोरोना का हॉट बेड बन गया है, लेकिन आर्थिक गतिविधियों को केजरीवाल जी जारी रखने का संकल्प व्यक्त कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी कोरोना के इतने जबरदस्त आक्रमण के बाद भी आर्थिक गतिविधियों को जारी रखना चाहते हैं, सभी राज्य और उत्तराखंड की आर्थिक गतिविधि का मेरु दण्ड, रीढ़ की हड्डी पर्यटन है और उस दिशा में सरकार को कोई चिंतन न करते देखकर और केवल, चारधाम नो, #कावड़ नो, कोई इनीशिएटिव पर्यटन को भविष्य के लिये, अक्टूबर-नवंबर के लिये ही सही, प्रारंभ करने के लिये नो इनीशिएटिव, तो आख़िर हम क्या करने जा रहे हैं, यह सवाल आज महत्वपूर्ण हो गया है।
मैंने आज, प्रवासी बंधुओं को लेकर जो Live संवाद किया था, मैंने उसमें भी ये सवाल पूछे थे और मैं इस ट्वीट के माध्यम से भी यह जानना चाहता हूं कि, आखिर यह ना, हां की तरफ कब जायेगी? आप, सांकेतिक ही रूप से सही कावड़ यात्रा शिवजी को गंगा का वादा है कि, मेरा जल चढ़ेगा, आपका अभिषेक करेगा। आप, कांवड़ संघ बने हुये हैं जगह-जगह उनसे संपर्क करिये। आप सिलेक्टिव तरीके से कावड़ यात्रा चलाईये, हजारों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है, आप #चारधाम_यात्रा को लॉटरी बेसिस पर सिलेक्टिव तरीके से चलाईये, आखिर दूसरे लोग भी तो अपनी आर्थिक गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं। आप, सारे #कोरोना नियंत्रण के उपायों को अमल में लाते हुये भी इस तरीके की गतिविधियों को संचालित कर सकते हैं, तो यह सिंपल ना, हमको किस तरफ लेकर के जायेगी, माननीय #मुख्यमंत्री जी, आपको इस पर विचार करना चाहिये।