देहरादून: वन मंत्री हरक सिंह रावत ने लालढांग-चिल्लरखाल मोर्ट मार्ग के निर्माण को लेकर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है। पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में हरक सिंह रावत ने रोड़ को महत्व भी बताया है। उन्होंने लिखा है कि इस रोड़ के बन जाने से गढ़वाल-कुमाऊं की दूरी 85 किलोमीटर कम हो जाएगी। साथ ही मार्ग के तकनीति पहलुओं की जानकारी भी दी है। हरक सिंह रावत ने पीएम मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
लालढांग-चिल्लरखाल मोट मार्ग को लेकर हरक सिंह रावत ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था। उन्होंने अधिकारियों को भी निशाने पर लिया था। लेकिन, उसके बाद सड़क निर्माण पर सुप्रीर्म कोर्ट में वन्यजीवों को वन कानूनों के उल्लंघन का हवाला देते हुए एक याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे।
पीएम को लिखी चिट्ठी में कहा गया है कि मार्ग का निर्माण नियमों के तहत कराया जा रहा है। पिछले 50 सालों से लोग इस पर चल रहे हैं। 11 किलोमीटर में से तीन किमी सड़क और दो पुलों को निर्माण हो चुका है। एनबीसीसी को वाल्ड लाइफ मूवमेंट सर्वेक्षण के लिए तीन करोड़ भी जारी किये जा चुके हैं। सब कुछ नियमों के तहत हुआ है।