हल्द्वानी : दिल्ली एनसीआर में फैली धुंध के लिए भले ही पराल जलाने वाले किसानों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा हो। लेकिन हल्द्वानी के ट्रंचिंग ग्राउंड में लगी आग और धुंए से उंसके आसपास रहने वाले लोगो का जीना मुश्किल हो रहा है. हवा में फैल धुंए से लोगों को सांस लेने में भी दिक्क्त हो रही है जिससे दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. हल्द्वानी ट्रंचिंग ग्राउंड जहां बड़ी संख्या में रोजाना हजारों टन कूड़ा फेंका जाता है और पिछले कुछ दिनों से ट्रंचिंग ग्राउंड में आग धधक रही है. शहर का एक बड़ा हिस्सा भी इससे प्रभावित हो रहा है, लेकिन प्रशासन और नगर निगम आग बुझाने औऱ फैले धुंए से जनता को राहत दिलाने में नाकाम है. ट्रंचिंग ग्राउंड में धधकी आग से जहां एक तरफ वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है.
वहीं वातावरण में फैले धुंए से बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. हल्द्वानी में अभी तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की नीति भी तैयार नही हो पाई है. ट्रंचिंग ग्राउंड से उठने वाले धुँए से एक तरफ बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ़ निगम पानी का टैंकर डालकर आग बुझाने की नाकाम कोशिश में जुटा है.
जिलाधिकारी सविन बंसल के का कहना है की ट्रंचिंग ग्राउंड नगर निगम का अधिकार है इसको लेकर उनको ठोस अपशिष्ट कूड़ा प्रबंधन की डीपीआर जल्द तैयार करने को कहा गया है, जिससे ट्रंचिंग ग्राउंड से होने वाली परेशानियों से निजात मिल सके।