हल्द्वानी : कैदियों की संख्या के हिसाब से कुमाऊँ की सबसे बड़ी हल्द्वानी जेल में आज सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद राज्य सरकार की ओर से गठित उच्च कमेटी ने 7 साल से कम सजा वाले और विचाराधीन 300 के करीब कैदियों की रिहाई का फरमान जारी कर दिया है, जिसके बाद आज हल्द्वानी जेल से 46 कैदियों की रिहाई हुई है। साथ ही अन्य जेलों से भी करीब 300 कैदी रिहा किए जा सकते हैं।
हल्द्वानी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हाई कमेटी द्वारा निर्णय जारी कर दिया गया है, जिसके बाद 7 साल से कम की सजा वाले और विचाराधीन कैदियों को अंतरिम जमानत और पैरोल पर 6 महीने के लिये छोड़ा गया है। वहींं, इन कैदियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा गाड़ी भी मुहैया कराई गई, ताकि वह सकुशल अपने घर को पहुंच सके हम आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते सुप्रीम कोर्ट ने कई राज्यों की जेलों को यह निर्देश दिए थे कि उनके यहां इस तरह के कैदियों को छोड़ा जाए।
उत्तराखंड के हल्द्वानी की एकमात्र ऐसी जेल है जहां पर सबसे अधिक तीन सौ के आसपास कैदियों को छह माह के पैरोल और अंतरिम जमानत पर छोड़ा गया है जेल से छूटने वाले कैदी अधिकतर चोरी और टप्पेबाजी के आरोपों में जेल में बंद थे।