हल्द्वानी की गौला नदी में हाथी कॉरिडोर क्षेत्र में करोड़ों रुपए का लाखों घनमीटर, उपखनिज लंबे समय से डंप पड़ा हुआ है। जिसकी ओर वन विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अगर बरसात के सीजन से पहले वन विभाग ने डंप पड़े इस खनिज का निस्तारण नहीं किया तो लाखों घन मीटर उपखनिज नदी में बह कर उत्तराखंड की सीमा से बाहर चला जाएगा औऱ सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान होगा.
दरअसल देवरामपुर निकासी गेट के पास 2 किलोमीटर लंबा हाथी कॉरिडोर एरिया है बाढ़ के खतरे को देखते हुए इस क्षेत्र में पिछले वर्ष चैनल खुदान का कार्य किया गया था जिससे लाखों घन मीटर रेता बजरी नदी में ही डंप हो गया है, अगर समय रहते वन विभाग ने इस खनिज का निस्तारण नहीं किया तो वन विभाग के कारण सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होगा.
वहीं तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ नितीश मणि त्रिपाठी का कहना है की पिछले वर्ष चैनल खुदाई की गई थी लेकिन डंप पड़े खनिज की बिक्री के लिए कोई निर्देश नहीं दिए गए थे लिहाजा उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और निर्देश मिलने के बाद उपखनिज को निस्तारित किया जाएगा।