मेरठ: मेरठ में भाजपा नेताओं ने सरेआम गुंडागर्दी की सारी हदें पार कर दीं। बाइक में टक्कर लगने का विरोध करने पर भाजपाइयों ने सत्ता की हनक में दारोगा के बेटे और उसकी पत्नी की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं महिला के कपड़े तक फाड़ दिए। गुस्साए दंपती ने शोर मचाकर गाड़ी रुकवा ली। महिला भाजपा नेता की गाड़ी के आगे लेट गई। जिसके चलते वहां लंबा जाम भी लगा रहा। बाद में पुलिस आई और दोनों पक्षों को थाने लेग गई। वहां भी मुकदमा दर्ज कराने को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा।
भाजपा आईटी सेल के नेता की गुंडई
जानकारी के अनुसार दरोगा तेज बहादुर सिंह का बेटा प्रशांत अपनी पत्नी आरती को लेकर पीएल शर्मा रोड स्थित डॉक्टर के पास बाइक से जा रहा था। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मेघदूत पुलिया के पास सामने से आ रही एक स्कार्पियो ने बाइक में टक्कर मार दी। गाड़ी में भाजपा नेता पार्टी के जिला संयोजक आईटी सले सवार थे। प्रशांत और उनकी पत्नी ने टक्कर मारने का विरोध किया तो दिग्विजय सिंह, दो भाजपा कार्यकर्ताओं और गाड़ी में बुरका पहने बैठी एक महिला ने दंपती के साथ मारपीट कर दी। भाजपाइयों ने महिला ने कपड़े तक फाड़ डाले।
गाड़ी के आगे लेटी महिला
मारपीट और कपड़े फाड़ने पर गुस्साए दंपती ने हंगामा कर दिया। महिला स्कार्पियो के आगे लेट गई। मामले की जानकारी पर बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर भी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए। दंपती को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं हटे। करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले आई।
भाजपाइयों ने दंपती को धमकाया
पति-पत्नी चिल्लाते रहे और भाजपा नेता के पक्ष में नेता और कार्यकर्ता आते रहे। कोई जाम लगने का हवाला देकर दंपती को धमका रहा था तो कोई कानून का पाठ पढ़ा रहा था। गनीमत थी कि दरोगा की पुत्रवधू बहादुर थी। महिला ने चिल्ला-चिल्लाकर कहा कि चाहे जितने लोगों को बुला लो, वह तभी हटेगी, जब पुलिस आ जाएगी।
थाने में भी दंपती पर बनाया दबाव
दंपती के पक्ष में करीब 25 लोग थाने पहुंचे। भाजपा नेता के पक्ष में करीब 150 कार्यकर्ता आ गए। भाजपाइयों ने थाने में खूब हंगामा किया और पुलिस व पीड़ित दंपती पर दबाव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पुलिस भी दंपती को समझाने में लगी हुई थी कि कोई बात नहीं, फैसला कर लो। हम माफी भी मंगवा देंगे।
महिला ने कहा नहीं मांगे माफी
महिला बोली कि सरेआम उनके साथ मारपीट की गई और कपड़े फाड़े हैं। समझौता नहीं करेंगे। बात सम्मान की है, जिसने जो किया, उसकी सजा मिलनी चाहिए। महिला नहीं मानी और भाजपा नेता दिग्विजय सिंह व एक महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट, छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत दर्ज कराया।