देहरादून : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को राजभवन में पुलवामा और कारगिल के शहीदों के परिजनों और एसडीआरएफ. के जवानों को सम्मानित किया। राज्यपाल मौर्य ने शौर्य चक्र विजेता मेजर स्व. विभूति शंकर ढौंडियाल की मां सरोज ढौंडियाल, मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, मेजर प्रेम बहादुर थापा की पत्नी उर्मिला ब्रिगेडियर गोविन्द सिसोदिया, कर्नल राकेश राणा, स्व. मेजर भास्कर राॅय की माता नीता राॅय, कैप्टन देवी प्रसाद गोदियाल, स्व.सूबेदार राजदीप थापा की पत्नी सरस्वती देवी, स्व. हवलदार जयेन्द्र सिंह की पत्नी मकानी देवी, स्व. नायब देवेन्द्र सिंह रावत की पत्नी शान्ति देवी, स्व. नायम कश्मीर सिंह की पत्नी सुभाषी देवी व एसडीआरआफ के जवानों को सम्मानित किया।
शहीदों को नमन करते हुये राज्यपाल मौर्य ने कहा कि शहीदों का सम्मान राष्ट्र का सम्मान है। यह भी सत्य है कि बड़े से बड़ा सम्मान भी शहीदों के बलिदानों का ऋण नही चुका सकता है। देवभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों के साथ ही वीर नारियों की भी भूमि है। वीर सैनिकों के बलिदान के साथ ही उनके परिजनों का संघर्ष, त्याग एवं समपर्ण भी अमूल्य है। हम वीर नारियों की हिम्मत व धैर्य को भी प्रणाम करते हैं। शहीदों के सर्वोच्च बलिदान व वीर नारियों के त्याग व समर्पण को राष्ट्र सदैव याद रखेगा। राज्यपाल मौर्य ने कहा कि एस.डी.आर.एफ. द्वारा राज्य में आपदा प्रबन्धन के कार्यों में अहम भूमिका निभाई जा रही है। एस.डी.आर.एफ. द्वारा विषम परिस्थितयों में राहत व बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से सम्पन्न करना सराहनीय है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि वीरभूमि उत्तराखण्ड का देश की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान है। हमारे वीर सैनिक व शहीद युवाओं को सेना में जाने के लिये प्रेरित करते हैं। आपदा संवेदनशील उत्तराखण्ड में राहत व बचाव कार्यों में एसडीआरएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है।
बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष नरेश बंसल ने कहा कि शहीदों को सम्मानित करना गौरवपूर्ण क्षण है। हमारे वीर सैनिक सभी के लिये प्रेरणा के स्रोत हैं। इस अवसर पर अर्पित फाउण्डेशन की हनी पाठक, मुकुल शर्मा, विपुल गर्ग, आशीष, सैन्य अधिकारी व उनके परिजन, एसडीआरफ के जवान उपस्थित थे।