उत्तराखंड की मौजूदा त्रिवेंद्र रावत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार किसानों की नहीं बिचौलियों की है। यही वजह है कि अब तक सरकार धान खरीद की कोई नीति जारी नहीं कर पाई है। हरीश रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जान बूझ कर धान का समर्थन मूल्य घोषित नहीं कर रही है ताकि किसान मजबूरी में अपने धान को औने-पौने दामो में बेचने को मजबूर हो जांए और फायदा किसान के बजाए बिचौलिये उठाएं।
हरीश रावत ने बाजपुर मंडी का हवाला देते हुए कहा कि वहां अभी तक काँटे ख़ाली पड़े है । सरकारी समर्थन मूल्य का ऐलान न होने का फायदा बिचौलिए उठा रहें हैं। रावत ने कहा जब किसान अपना सारा धान मजबूरी मे बेच देगा उसके बाद सरकार समर्थन मूल्य का ऐलान करेगी जिसका सीधा फायदा बिचौलिए उठांएगे। हरीश रावत ने इसे किसानो के शोषण की साजिश बताते हुए बडा़ घोटाला करार दिया और आरोप लगाया कि इसके पीछे सरकार के कई नुमाइंदों की सांठगांठ है।