देहरादून: विधान सभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सरकार अपने ही विधायकांे के पूछे सवालों में घिरे नजर आए। विधायकों ने एक के बाद एक मंत्रियों पर कई सवाल दागे, जिनका जवाब देने में मंत्री बगलें झांकते नजर आए। वन और श्रम मंत्र हरक सिंह रावत वन विभाग और कौशल विकास विभागों के सवालों पर घिरे नजर आए।
भाजपा विधायक चंदन राम दास ने प्रदेश में बंद हो रहे आईटीआई को लेकर हरक सिंह रावत से सवाल पूछा। प्रदेश में बंद किये जा रहे आईटीआई को लेकर सरकार के निर्णय के बारे में जानकारी मांगी। इसके जवाब में हरक सिंह ने कहा कि आईटीआई बंद नहीं की जा रही है। जिन आईटीआई के लिए भूमि नहीं मिल रही है। वहां भवन बनाने में दिक्कत आ रही है। कौशल मंत्री हरक सिंह रावत के जवाब के बाद सदन में भाजपा विधायक पूर्ण सिंह फर्त्याल ने नाराजगी जताई और कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 3 आईआईटी बंद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जमीन उपलब्ध होने के बाद भी आईटीआई बंद हो रहे हैं। कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने अल्मोड़ा के नैनी आईटीआई बंद करने का मामला सदन में उठाया।
इसके अलावा एनसीसी के मसले पर भी देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने शिक्षा मंत्री से सवाल किया। जिस पर मंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार ने कुछ नहीं किया था। केवल प्रस्ताव पास किया था। ग्रामीणों ने जमीन भी नहीं दी थी। इस जवाब से विधायक विनोद कंडारी संतुष्ट नजर नहीं आए। ऐसे कई सवाल दूसरे विधायकों ने भी मंत्रियों से पूछे, जिन पर मंत्री या तो गोलमोल जवाब देते नजर आए या फिर बगलें झांकते नजर आए। भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चैहान ने भी कई सवाल खड़े किये।