रुड़की- गरीबों को दिए जाने वाला सरकारी राशन यानि की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का गेहू औऱ चावल अगर विधायक के घर मिले तो आप क्या कहेंगे…जाहिर सी बात है आपके औऱ सबके मन में जरुर ये ही ख्याल आएगा कि कहीं विधायक गरीबों का राशन तो नहीं गटक रहें.
झबरेड़ा विधानसभा से बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल के आवास पर कार्यक्रम
लेकिन ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला झबरेड़ा विधानसभा से बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल के आवास पर एक कार्यक्रम में. जिसमें दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिरकत की थी. लेकिन अचानक कार्यक्रम में सबकी नजर विधायक के घर में रखे सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के चावल के औऱ गेहूं के बोरे पर थी.
घर से मिले सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का राशन
जी हां कार्यक्रम समाप्त होने के बाद विधायक देशराज कर्णवाल मीडिया से मुखातिब हुए लेकिन मीडिया के एक सवाल के जवाब को वो देने से बचते नज़र आते रहें. सवाल था कि विधायक जी के ऑफिस के बाहर जो गरीबों सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर दिया जाने वाला राशन जिसमें सील लगी हुई है. एक गेहूं का भरा हुआ कट्टा और दूसरा आधा भरा हुआ चावल का कट्टा कहां से आया है और किसके लिए है तो विधायक जी कुछ संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए और इधर-उधर की बाते करते हुए बगले झांकते नज़र में आये.
मीडिया के इस सवाल को हंसी में टाला
आखिरी में उन्होंने इस बात को हँसी में टाल दिया और उसके बाद तुरंत ही विधायक ने वो राशन के बोरे वहां से हटवाकर घर में कहीं और रखवा दिए..अब इसका क्या मतलब निकाला जाय कि वो राशन के बोरे कहां से आये और किसके लिये आये….ये सोचने वाली बात है. कहीं ऐसा तो नहीं की विधायक खुद ही गरीबों के राशन पर डाक मार रहे हो और खुद ही राशन डकार रहे हो..