जसपुर : प्रदेश सरकार भले ही राज्य मे जीरों टोलरेंस की नीति का का दम भर अपनी पीठ थपथपाते हों लेकिन जमीनी हकीकत में सरकार के मातहत कर्मचारी ही सरकार के दावों पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला जसपुर के विजली विभाग मे सामने आया है जहां बिजली कंनेक्शन के नाम पर अवैध वसूली के बावजूद भी कर्मचार दो माह से एक ग्रामीण को टरका रहे थे। तंग आकर ग्रामीण ने स्थानीय विधायक से गुहार लगाई जिस पर क्षैत्रिय विधायक ने विधुत कार्यलाय पहुॅच कर आरोपी कर्मचारी को जमकर लताड़ लगाई जिस के बाद आरोपी कर्मचारी और ठेकेदार ने ग्रामीण से अवैध रूप से लिये रूपये वापस किये साथ ही ईई ने बिजली कर्मी को फटकार लगाते हुए जांच बैठा दी है।
हुआ यूं कि जसपुर के ग्राम हल्दुआ शाहू निवासी सुनील कुमार ने दो माह पहले घर के लिए चार किलो वाट के मीटर कनेक्शन का आवेदन किया था। आरोप है कि आवेदन के परीक्षण के बाद बिजलीकर्मी गौरव ने रसीद काटने के दौरान तीन हजार रुपये अतिरिक्त मांगे। उपभोक्ता ने 12200 रुपये की बजाय 15200 रुपये बिजली कर्मी को दे दिए। साथ ही यह भी आरोप है कि कनेक्शन जल्द लगवाने के लिए बब्लू नामक ठेकेदार ने भी सुनील से तीन हजार रुपये अलग से ले लिए। बावजूद इसके रकम लेने के दो माह बाद भी बिजली कर्मचारी द्वारा लगातार चक्कर लगवाते रहे। कनेक्शन न लगने से नाराज ग्रामीण सुनील ने विधायक को पीड़ा सुनाई।
विधायक ने बिजलीघर पहुंचकर आरापी कर्मवारी को जमकर लताड़ लगाई और ईई अजीत यादव से वार्ता की। ईई कनेक्शन रसीद पर वसूली की बात सुनकर गुस्सा गए। उन्होंने बिजली कर्मी और ठेकेदार को जमकर फटकारा। साथ ही कमेटी गठित कर एसडीओ पंकज कुमार एवं लेखाकार अरविंद रावत को तत्काल जांच करने कर रिपोर्ट देने के आदेष दिये। वहीं ठेकेदार से सुनील के तीन हजार रुपये वापस कराए। ईई ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायगी।